Singhania Family Dispute: रेमंड ग्रुप के चेयरमैन गौतम सिंघानिया (Gautam Singhania) और उनकी पत्नी नवाज मोदी (Nawaz Modi) के बीच कुछ महीनों पहले शुरू हुआ विवाद अब और गहराता जा रहा है. इस जोड़े ने नवंबर, 2023 में तलाक का ऐलान कर दिया था. गौतम सिंघानिया और नवाज मोदी के बीच संपत्ति के सेटेलमेंट को लेकर पहले से ही संघर्ष जारी है. अब नवाज मोदी को रेमंड ग्रुप (Raymond Group) की तीन कंपनियों के बोर्ड से निकाल कर इस विवाद को और हवा दे दी गई है. नवाज मोदी को 31 मार्च को हुई ईजीएम में जेके इनवेस्टर्स (JK Investors), रेमंड कंज्यूमर केयर (Raymond Consumer Care) और स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व (Smart Advisory and Finserve) के बोर्ड से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही नवाज मोदी को रेमंड के बोर्ड से भी हटाने का प्रस्ताव लाया जाएगा. 


नवाज मोदी ने बुरा व्यवहार करने का आरोप लगाया 


इन कंपनियों ने नवाज मोदी को बोर्ड से हटाए जाने की जानकारी गुरुवार को दी. जेके इनवेस्टर्स के बोर्ड में नवाज मोदी की एंट्री जून, 2015 को हुई थी. इसके अलावा रेमंड कंज्यूमर केयर में उन्हें दिसंबर, 2022 और स्मार्ट एडवाइजरी एंड फिनसर्व के बोर्ड में अक्टूबर, 2017 को शामिल किया गया था. इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, नवाज मोदी को जब बोर्ड से निकाले जाने की जानकारी हुई तो उन्होंने कहा कि मेरे साथ तब से ही बुरा व्यवहार किया जा रहा है, जब से मैं गौतम सिंघानिया को लेकर खुलासे कर रही हूं. पहले उन्होंने मेरे ऊपर हमला किया और अब मुझे इस तरह से निकाला जा रहा है.


शेयरहोल्डर्स ने नवाज मोदी को हटाने के फैसले पर मुहर लगाई 


तीनों कंपनियों के प्रवक्ता ने कहा कि हमारी कंपनियां नवाज मोदी को लेकर भरोसा खो चुकी हैं. शेयरहोल्डर्स ने उन्हें हटाने के लिए मीटिंग बुलाई थी. सभी ने एक मत से नवाज मोदी को हटाने के फैसले पर मुहर लगा दी थी. इसलिए उन्हें डायरेक्टर के पद से हटाया जा रहा है. अब वह हमारी कंपनियों के साथ नहीं हैं. 


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